Monday, August 19, 2019

भारत में सबसे बड़ा निवेश सऊदी अरब से क्यों

14 अगस्त को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर के मुज़फ़्फ़राबाद में असेंबली को संबोधित करते हुए कहा था कि कश्मीर पर दुनिया के सवा अरब मुसलमान एकजुट हैं लेकिन दुर्भाग्य से शासक चुप है.

कश्मीर पर इमरान ख़ान मुस्लिम देशों से लामबंद होने की अपील लगातार कर रहे हैं लेकिन इसी बीच मुकेश अंबानी ने घोषणा कर दी कि सऊदी अरब की तेल कंपनी अरामको अब तक का सबसे बड़ा निवेश भारत में करने जा रही है.

यह सऊदी की सरकारी कंपनी है और इस पर नियंत्रण किंग सलमान का है. यह घोषणा इमरान ख़ान की चाहत के बिल्कुल उलट रही.

एक वक़्त था जब तेल को हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया जाता था. 1973 में सऊदी ने इसराइल को समर्थन करने वाले देशों में तेल की आपूर्ति बंद कर दी थी. इसे लेकर अमरीका काफ़ी नाराज़ भी हुआ था. इसके बाद से सऊदी ने तेल का इस तरह से इस्तेमाल कभी नहीं किया.

इमरान ख़ान अक्सर मुस्लिम वर्ल्ड का ज़िक्र करते हैं लेकिन सऊदी अरब में भारत के राजदूत रहे तलमीज़ अहमद कहते हैं कि मुस्लिम वर्ल्ड हक़ीक़त में कुछ है ही नहीं.

वो कहते हैं, ''जब हम मुस्लिम वर्ल्ड कहते हैं तो ऐसा लगता है कि कोई एकीकृत और एकजुट दुनिया है जिसमें सारे मुस्लिम देश हैं, जो कि है नहीं क्योंकि दुनिया की राजनीति मुनाफ़े के आधार पर आगे बढ़ रही न कि मजहबी समानता के आधार पर.''

इसी साल 19 फ़रवरी को सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान जब पहली बार आधिकारिक दौरे पर भारत आए तो प्रधानमंत्री मोदी एयरपोर्ट पर स्वागत में खड़े थे. प्लेन की सीढ़ी से उतरते ही पीएम मोदी ने क्राउन प्रिंस को गले लगा लिया.

फ़ाइनैंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार क्राउन प्रिंस सलमान से इसी दो दिवसीय दौरे में मुकेश अंबानी की मुलाक़ात हुई थी और अंबानी की फ़्लाइट मुंबई में देर हुई तो सलमान ने इंतज़ार भी किया.

इसी मुलाक़ात में सऊदी की तेल कंपनी अरामको और मुकेश अंबानी की कंपनी आरआईएल ऑइल-टु-केमिकल के बीच डील की बुनियाद रखी गई.

संयुक्त राष्ट्र की ट्रेड रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल भारत में कुल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश यानी एफडीआई 42 अरब डॉलर आए. 2017 में यह रक़म 40 अरब डॉलर थी.

पिछले हफ़्ते 12 अगस्त को एशिया के सबसे अमीर शख़्स और रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने अपने शेयर होल्डर्स के साथ वार्षिक बैठक में घोषणा करते हुए बताया कि सऊदी की तेल कंपनी अरामको आरआईएल ऑइल-टु-केमिकल का 20 फ़ीसदी शेयर ख़रीदेगी. इसे भारत में इतिहास का सबसे बड़ा निवेश बताया जा रहा है.

No comments:

Post a Comment