Friday, February 8, 2019

12 फरवरी को दीपक ठाकुर के गांव में जमेगा रंग, आएंगे सोमी खान-श्रीसंत

वैलेंटाइन से पहले रंग जमेगा. बिग बॉस फैंस 12 फरवरी का बेसब्री से इंतजार कर रहे होंगे. इस दिन श्रीसंत बिहार की शान कहे जा रहे मुजफ्फरपुर में दीपक ठाकुर के गांव मुजफ्फरपुर जाएंगे. लेकिन अकेले श्रीसंत ही नहीं, सोमी खान भी मुजफ्फरपुर जा रही हैं. दीपक ठाकुर ने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पोस्टर शेयर किया है. जिसमें श्रीसंत और सोमी खान के मुजफ्फरपुर आने के बारे में बताया है.

ये पोस्टर शेयर करते हुए दीपक ने लिखा- ''हमारे बड़े भैय्या श्रीसंत और मेरी दोस्त सोमी खान 12 फरवरी को मुजफ्फरपुर पधार रहे हैं. आप दोनों को दिल से धन्यवाद. हमारा मुजफ्फरपुर आपके स्वागत में बाहे फैलाए हुए है.'' दीपक ने अपने इंस्टा पर सोमी खान का एक वीडियो भी शेयर किया है. जिसमें वे मुजफ्फरपुर आने के बारे में बात कर रही हैं. सोमी का कहना है कि इस दिन बड़ा धमाल होगा. फैंस इस तिगड़ी को शो खत्म होने के बाद पहली बार एकसाथ देख पाएंगे.

बता दें, सोमी खान और दीपक ठाकुर की बिग बॉस में अच्छी दोस्ती हो गई थी. लेकिन दीपक की तरफ से ये दोस्ती प्यार में बदल गई थी. कई मौकों पर उन्होंने सोमी के प्रति अपनी फीलिंग्स का इजहार किया था. लेकिन ये एकतरफा प्यार अधूरा ही रहा. सोमी ने दीपक को साफ कहा था कि वे उन्हें सिर्फ अच्छा दोस्त मानती हैं और कुछ नहीं.

हालांकि सोशल मीडिया पर दीपक ठाकुर के इस एकतरफा प्यार को फैंस ने फेक बताया था. कहा गया कि शो में टिके रहने के लिए दीपक प्यार का हिट फॉर्मूला अपना रहे हैं. खैर, अहम ये है कि शो के निकलने के बाद भी दोनों की अच्छी दोस्ती बनी हुई है. सोमी को बिग बॉस से जबरदस्त पॉपुलैरिटी मिली है. वहीं दीपक ठाकुर तो स्टार बन गए हैं.

6 फरवरी को दीपक का नया गाना ''सुनो सुनो'' रिलीज हुआ है. बिग बॉस के बाद ये उनका पहला बड़ा प्रोजेक्ट है. बिहारी बाबू का ये ब्रैंड न्यू सॉन्ग काफी पसंद किया जा रहा है. बिग बॉस 12 के कई कंटेस्टेंट्स ने अपने सोशल मीडिया पर इसे गाने को शेयर कर सपोर्ट किया है.

देश के विश्वविद्यालयो में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए पहले 200 पॉइंट रोस्टर के तहत आरक्षण की व्यवस्था थी. इस व्यवस्था के तहत विश्वविद्यालय को एक यूनिट माना जाता था. इसमें 1 से 200 पद के लिए 49.5 फीसदी आरक्षित वर्ग और 50.5 फीसदी अनारक्षित वर्ग के हिसाब से भर्ती की व्यवस्था थी. यूनिवर्सिटी को एक यूनिट मानने से सभी वर्ग के उम्मीदवारों की भागीदारी सुनिश्चित हो पाती थी.

नए नियम यानी 13 पॉइंट रोस्टर के तहत विश्वविद्यालय को यूनिट मानने के बजाय विभाग को यूनिट माना गया. इसमें पहला, दूसरा और तीसरा पद सामान्य वर्ग के लिए रखा गया है. जबकि चौथा पद ओबीसी वर्ग के लिए, पांचवां और छठां पद सामान्य वर्ग के लिए रखा गया है. इसके बाद 7वां पद अनुसूचित जाति के लिए, 8वां पद ओबीसी, फिर 9वां, 10वां, 11वां पद फिर सामान्य वर्ग के लिए. 12वां पद ओबीसी के लिए, 13वां फिर सामान्य के लिए और 14वां पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होगा. विपक्ष का आरोप है कि इस नए रोस्टर के तहत SC/ST और ओबीसी आरक्षण पर बुरा असर पड़ेगा और इस वर्ग के लोग यूनिवर्सिटी में जगह नहीं पा सकेंगे.

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